एक लम्बा इंतज़ार
सारा का सारा तुम्हारा
और थोडा बारिश का भी
मेरा लगातार यु ही
देहलीज पे अटके रहना
और सामने वाले दरख़्त का
मुझे घुरना एकटक
पिछले आँगन का सुखा कुवाँ
वक़्त - बेवक्त मुझे बुलाता है
उसे मेरे इन्तजार की हदे
मालूम नहीं है
शायद
पिछले कुछ सालों से आम मे बौर
नहीं आते अब
और कोयल ने भी चुप्पी साध ली है
अचानक
मेरे जजबातों में जंग लग चुका है
और मै उन्हें कुरेदना चाहता हु
ताकि एक ब़ार खुल के रो सकू
बाहर वाले दरख़्त को भींच कर
अपनी बाँहों में
इसके पहले की
वक़्त की कुल्हाड़ी उसे
काट दे
और मै रह जाऊ
बिलकुल अकेला........ एकाकी
~अभय
सारा का सारा तुम्हारा
और थोडा बारिश का भी
मेरा लगातार यु ही
देहलीज पे अटके रहना
और सामने वाले दरख़्त का
मुझे घुरना एकटक
पिछले आँगन का सुखा कुवाँ
वक़्त - बेवक्त मुझे बुलाता है
उसे मेरे इन्तजार की हदे
मालूम नहीं है
शायद
पिछले कुछ सालों से आम मे बौर
नहीं आते अब
और कोयल ने भी चुप्पी साध ली है
अचानक
मेरे जजबातों में जंग लग चुका है
और मै उन्हें कुरेदना चाहता हु
ताकि एक ब़ार खुल के रो सकू
बाहर वाले दरख़्त को भींच कर
अपनी बाँहों में
इसके पहले की
वक़्त की कुल्हाड़ी उसे
काट दे
और मै रह जाऊ
बिलकुल अकेला........ एकाकी
~अभय