Saturday, June 11, 2011

एक " बारिश " मेरी अपनी.....

मुझे बारिशो में रोना अच्छा लगता है
ये बुँदे उन बूंदों में समां जाती है

और तुम्हे पता भी नहीं चलता है


ना सहा जाता है
और ना ही कहा जाता है
बस अब रहा नहीं जाता है


मेरे सपने मेरे आंसुओ में धुल जाते है
जब भी मै बारिशो में रोता हु
मेरे गम उन बूंदों में घुल जाते है
जब भी मै बारिशो में रोता हु


मुझे बारिशो में रोना अच्छा लगता है
ये बुँदे उन बूंदों में समां जाती है
और तुम्हे पता भी नहीं चलता है


मै कभी बारिशो में रोता हु
और कभी " बारिश " के लिए

जो भी है " बारिश " हर वक़्त मेरे जेहन में होती है
दिल में, दिमाग में और अक्सर

मेरे आंसुओ में


मुझे बारिशो में रोना अच्छा लगता है
ये बुँदे उन बूंदों में समां जाती है

और तुम्हे पता भी नहीं चलता है

उम्मीद है ये बारिश ख़ुशी के आंसू भी लाएगी
इस जिंदगी में ना सही

अगली जिंदगी में तो आएगी


मुझे बारिशो में रोना अच्छा लगता है
ये बुँदे उन बूंदों में समां जाती है

और तुम्हे पता भी नहीं चलता है

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