Tuesday, April 12, 2011

काफी जिद्दी सी मेरी जिंदगी

बड़ी अजीब है मेरी जिंदगी
कभी हसाती कभी रुलाती

कभी खुद रूठती
तो कभी मुझे सताती

काफी जिद्दी सी मेरी जिंदगी

कभी सूरज में तपती
तो कभी बारिश में भीगती

कभी शहद से भी मीठी तो
कभी समंदर से भी नमकीन मेरी जिंदगी

काफी जिद्दी सी मेरी जिंदगी

कभी बेतहाशा दौड़ती
और कभी मुझे दौड़ाती

अपने नखरो से मुझे
लुभाती ये जिंदगी

काफी जिद्दी सी मेरी जिंदगी

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